उद्देश्य:
पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और स्थानीय समुदायों को स्वच्छ और हरित वातावरण के महत्व के बारे में शिक्षित करना।
गतिविधियाँ:
- कार्यशालाएँ और सेमिनार: विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी, जहां छात्रों और युवाओं को पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण की समस्याएँ, और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
- सफाई अभियान: गाँवों और सार्वजनिक स्थानों पर सफाई अभियान चलाए जाएंगे, जहां समुदाय के सदस्य मिलकर कूड़ा-कचरा उठाएंगे और स्वच्छता का महत्व समझेंगे।
- वृक्षारोपण: वृक्षारोपण अभियान चलाकर लोगों को पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसमें स्थानीय प्रजातियों के पौधों का रोपण किया जाएगा, जिससे जैव विविधता को बढ़ावा मिले।
- पुनर्चक्रण और कचरा प्रबंधन: कचरा प्रबंधन और पुनर्चक्रण के तरीकों पर शैक्षिक सत्र आयोजित किए जाएंगे। लोगों को यह सिखाया जाएगा कि वे अपने कचरे का सही तरीके से प्रबंधन कैसे कर सकते हैं।
- पारिस्थितिकी टूर: स्थानीय जलाशयों, जंगलों, और पारिस्थितिकी तंत्रों का दौरा कराकर लोगों को इनके महत्व और संरक्षण की आवश्यकता का अनुभव कराया जाएगा।
- पर्यावरण दिवस मनाना: जैसे कि पृथ्वी दिवस, विश्व जल दिवस, आदि, पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें विभिन्न गतिविधियाँ और प्रतियोगिताएँ शामिल होंगी।
लाभ:
- स्थानीय समुदाय में पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
- प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई को प्रोत्साहित करना।
- प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और सतत विकास के लिए लोगों को प्रेरित करना।
- पर्यावरण के प्रति सकारात्मक सोच और व्यवहार विकसित करना।
यह पर्यावरणीय जागरूकता कार्यक्रम BSVP के माध्यम से स्थायी विकास और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।